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संदेह

🌻🌻 शक 🌻🌻 माता *भगवती बगला परमेश्वरी को प्रणाम करते हुए मैं अपनी वार्ता को बढ़ा रहा हूं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कहते हैं जब धरती फटने लगे दरार पड़ जाए तो मेघों के द्वारा जल बरसाने से दरार बंद हो जाती है वस्त्र फट जाए सिलाई करने पर जुड़ जाता है चोट लग जाए दवा के लेप से घाव ठीक हो जाता है

तानाशाह और ज्योतिष

जयतु भगवती बगला परमेश्वरी।। तानाशाह या अधिनायक तंत्र वह शासन व्यवस्था होती है जो पूरी तरह निरंकुश होती है तानाशाह शासक सत्ता शक्ति का उपयोग लोकहित में नहीं करता है

पूर्वजन्म का योग और ज्योतिष में परिवर्तन

सर्वप्रथम गणेश जी को प्रणाम परम पूज्य गुरुदेव को प्रणाम दोस्तों आपने एक गाना सुना होगा तू मेरा है सनम तू मेरा हमदम तेरे संग जीना सातो जनम परमपिता परमात्मा इन संबंधों को अपनी भाषा में कैसे लिखते हैं या कहें व्यक्ति का भाग्य लिखते समय परमात्मा इन संबंधों को किस तरह लिखते हैं

कुंडली जागरण और ज्योतिष

कुंडली जागरण के बहुत से उपाय हैं लेकिन किसी की कुंडलिनी भगवान के प्रति प्रेम के कारण स्वत: जागृत हो जाती है, किसी की कुंडलिनी गुरु की कृपा के कारण जागृत हो जाती है, किसी की कुंडलिनी सूक्ष्म विचार के कारण जागृत हो जाती है.

बुध कविता

बुध केतु की युति का सदा रखिए ध्यान। बुद्धिमान जातक बने करे कानून का ज्ञान।। ‌ चौथे संतवे बारहवें पर रखिए इसका ध्यान । स्त्री के कारणे कोर्ट कचहरी जान।। सच्चा ज्योतिष वही है जो करे समय पर ज्ञान। लंबोदर की जाप से मिटै कष्ट महान।।।

बुध ग्रह नाड़ी ज्योतिष में

बुध बालक ग्रह होता है चंद्रमा स्त्री ग्रह होता है स्त्री ग्रह शुक्र भी होता है लेकिन चंद्रमा अधिक कोमल होता है बुध को भी नपुंसक माना गया है शनि भी नपुंसक है किंतु वह शूरवीर भी है उसकी नपुंसकता उसके सन्यासी या विरक्ति होने के कारण है।

असत्य और ज्योतिष

असत्य झूठ मिथ्या बोलना व्यक्ति की आदत स्वभाव व्यक्तित्व का अभिन्न अंग बन जाता है कुछ व्यक्तियों के जीवन में यह इस तरह सम्मिलित हो जाता है जैसे दूध में पानी दूध में पानी को प्रत्यक्ष रूप से अलग नहीं किया जा सकता उसी प्रकार लोगों के जीवन से असत्य को अलग करना बड़ा कठिन हो जाता है

काल का गुण धर्म

जहर कितना भी असरदार हो साहब मौत तब तक नहीं होती जब तक खुदा न चाहे इस संसार में बिगाड़ने वाले बहुत होते हैं हर संभव कोशिश करते हैं बिगाड़ने की

लेखक बनने का योग

लेखन का पौधा अध्ययन रूपी खाद पठन-पाठन रूपी पानी के साथ फलता फूलता है इस पौधे को यदि एकाग्रता तीव्र स्मरण शक्ति अतुलनीय प्रतिभा संवेगात्मक हृदय की भूमि मिले तो इसे पनपते और बढ़ते देर नहीं लगती कहा जाता है जिस व्यक्ति पर देवी सरस्वती की कृपा हो जाए उस व्यक्ति की लेखनी को संसार भर में प्रसिद्धि मिलती है