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Bhgwan shree Ram jodi

*राम सीय सुंदर प्रतिछाहीं। जगमगात मनि खंभन माहींमनहुँ मदन रति धरि बहु रूपा। देखत राम बिआहु अनूपा॥2॥भावार्थ:- श्री

कुम्भ लग्न में सातवे भाव में सूर्य

🌹✍गुरुदेव आचार्य नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से✍🌹🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कुंभ लग्न में सूर्य सातवें घर का स्वामी होता है सातवें

साधना का मार्ग

♦✍परम पूज्य गुरुदेव आचार्य नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से✍♦🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸तंत्र साधना में योग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है

पूर्व जन्म के कर्म

✍ गुरुदेव आचार्य नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से ✍🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷शुभ कर्मों का शुभ फल पाप कर्मों का बुरा

कुंडलनी जागरण

🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁✍गुरुदेव आचार्य डॉक्टर नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से✍राहु भ्रम ,माया , अविद्या, अज्ञान का कारक होता है।

संदेह

✍गुरुदेव आचार्य श्री नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से✍🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जब धरती फटने लगती है बारिश की बूंदे उस दरार

संदेह की पृष्ठभूमि

✍गुरुदेव आचार्य श्री नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से✍🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जब धरती फटने लगती है बारिश की बूंदे उस दरार

शत्रुभाव विचार

🌹✍परम पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री नरेंद्र दीक्षित जी की कलम से कुंडली का विश्लेषण🌹✍जन्मपत्रिका में छठे भाव से